रीवा रियासत: एक ऐतिहासिक परिचय
भौगोलिक स्थिति:
रीवा रियासत मध्य भारत में स्थित एक ऐतिहासिक रियासत थी। यह रियासत वर्तमान के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है।
इतिहास:
- रीवा रियासत की स्थापना 12वीं शताब्दी में हुई थी।
- रीवा रियासत बघेल राजपूतों द्वारा शासित थी।
- रीवा रियासत 18वीं शताब्दी में मराठा साम्राज्य के अधीन आ गई।
- 1857 के विद्रोह के बाद, रीवा रियासत ब्रिटिश शासन के अधीन आ गई।
- 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, रीवा रियासत भारत में विलय हो गया।
शासन:
- रीवा रियासत का शासक "महाराजा" कहलाता था।
- रीवा रियासत में एक मंत्रिमंडल भी था जो महाराजा को सलाह देता था।
- रीवा रियासत में अपनी सेना, मुद्रा और न्यायिक व्यवस्था थी।
महत्व:
- रीवा रियासत मध्य भारत में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक शक्ति थी।
- रीवा रियासत अपनी कला, वास्तुकला और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध थी।
- रीवा रियासत ने भारत की स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रमुख स्थान:
- रीवा किला
- पुरानी रीवा
- देवतालाब मंदिर
- रीवा संग्रहालय
- वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
निष्कर्ष:
रीवा रियासत भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस रियासत ने भारत की संस्कृति और विरासत में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
अतिरिक्त जानकारी:
- रीवा रियासत के राजा वीर सिंह (1880-1918) अपनी प्रजा के लिए किए गए कार्यों के लिए प्रसिद्ध थे।
- रीवा रियासत में स्थित रीवा किला भारत के सबसे महत्वपूर्ण किलों में से एक है।
- रीवा रियासत में स्थित देवतालाब मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है।